फॉर्च्यून इंडिया-500

 फॉर्च्यून इंडिया-500 लिस्ट में रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) देश की सबसे बड़ी कंपनी बन गई। पिछले 10 साल से इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) टॉप पर थी। फॉर्च्यून ने सोमवार को लिस्ट जारी की। इस साल आरआईएल ने आईओसी को पीछे छोड़ दिया। ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ओएनजीसी) इस साल भी तीसरे नंबर पर रही। रेवेन्यू, मुनाफे और एसेट्स जैसे 7 पैमानों के आधार पर फॉर्च्यून ने 2010 से 500 भारतीय कंपनियों की रैकिंग शुरू की थी। 2018-19 में रिलायंस का रेवेन्यू 41.50% और मुनाफा 9.74% बढ़ा। इस दौरान आईओसी का रेवेन्यू 26.26% बढ़ा, लेकिन मुनाफा 21.69% घट गया।


टीसीएस एक पायदान चढ़कर 10वें नंबर पर आई




  1.  


    फॉर्च्यून इंडिया-500 में शामिल टॉप-10 कंपनियां




























































    कंपनी2018 में रैंक2019 में रैंक
    रिलायंस इंडस्ट्रीज21
    आईओसी12
    ओएनजीसी23
    एसबीआई44
    टाटा मोटर्स55
    बीपीसीएल66
    राजेश एक्सपोर्ट्स87
    टाटा स्टील98
    कोल इंडिया109
    टीसीएस1110

     




  2. आईसीआईसीआई बैंक की रैंकिंग में 2 पायदान का सुधार


     


    आईसीआईसीआई बैंक इस साल 12वें नंबर पर आ गई। 2018 में 14वीं रैंक थी। लार्सन एंड टूब्रो एक पायदान चढ़कर से 11वें नंबर पर आ गई। हिंडाल्को इंडस्ट्रीज 13वें नंबर पर बरकरार रही। एचडीएफसी बैंक 2 पायदान चढ़कर 14वें नंबर पर आ गई। वेदांता 15वें से 18वें नंबर पर फिसल गई।


     




  3. 57 कंपनियां लिस्ट से बाहर


     


    फॉर्च्यून इंडिया लिस्ट में शामिल सभी 500 कंपनियों के कुल रेवेन्यू में 9.53% और मुनाफे में 11.8% इजाफा हुआ। 65 कंपनियों को कुल 1.67 लाख करोड़ रुपए का घाटा हुआ। पिछले साल 79 कंपनियों को 2 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। इस साल 57 कंपनियां लिस्ट से बाहर हो गईं, उनकी जगह नई कंपनियों ने ली।


     




  4. 22 में से 14 सरकारी बैंकों को 74,253 करोड़ रुपए का घाटा


     


    निजी बैंकों में सिर्फ आईडीएफसी फर्स्ट (1,907.9 करोड़ रुपए) और लक्ष्मी विलास बैंक 894.1 करोड़ रुपए के घाटे में रहे। 24 प्राइवेट बैंकों का कुल मुनाफा 2017-18 के मुकाबले 6.16% बढ़कर 60,747 रुपए रहा।


     




  5. मुनाफे में ऑयल एंड गैस सेक्टर का सबसे ज्यादा 23.44% शेयर


     


    500 कंपनियों के रेवेन्यू में ऑयल एंड गैस सेक्टर की 8 कंपनियों का 22.3% योगदान रहा। बैंकिंग सेक्टर की कंपनियों का शेयर 15.88% रहा। मुनाफे में ऑयल एंड गैस सेक्टर की कंपनियों का सबसे ज्यादा 23.44% योगदान रहा। कंपनियों की संख्या के मामले में बैंकिंग सेक्टर सबसे बड़ा रहा। इस सेक्टर की 48 कंपनियां लिस्ट में शामिल हुईं।